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Dr. Rupendra Kumar Verma

Dr. Rupendra Kumar Verma

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डॉ. रुपेन्द्र वर्मा जन्म- 1971 स्थान- सबलगढ़ शिक्षा- एम.एस-सी., विद्यावारिधि(पी-एच. डी.), ज्योतिषाचार्य, एम. पी. सेट। अकादमिक एवं अध्यापन अनुभव- दो फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं अनेक वेबीनारों में भागीदारी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों का मार्गदर्शन, वैदिक गणित के अनुप्रयोग, ज्योतिर्विज्ञान में 21 वर्षों से अनुभव, वैदिक साहित्य में गणित ज्योतिष का उपयोग, ज्योतिष विद्या का वैज्ञानिक सटीक अवलोकन के साथ ही भारतीय ज्ञान परम्परा की दृष्टि से ज्योतिष ग्रंथों में गणितीय अनुप्रयोगों का तुलनात्मक अध्ययन जैसे विषयों पर लेखन एवं देश की विभिन्न पत्रिकाओं में आलेख आदि प्रकाशित। विभिन्न ज्योतिषीय सम्मेलनों में सम्मानित व ज्योतिर्विद से विभूषित। प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में............. वर्षों से गणित विषय का अध्यापन। सम्प्रति- अतिथि व्याख्याता (गणित), शासकीय नेहरू महाविद्यालय, सबलगढ़ जिला- मुरैना (मध्यप्रदेश) स्थाई पता- कटरा बाजार, सबलगढ़ जिला मुरैना (मध्यप्रदेश) पुस्तक समीक्षा- भारतीय संस्कृति में सनातन से धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक , राजनैतिक व लोककल्याण के क्रिया कलापों में वैदिक साहित्य के अन्तर्गत ज्योतिष विद्या का सहयोग अभिन्न अंग है, जन मानस में व्रत, पर्व और त्यौहारों का सही समय पर अनुपालन हो इसके लिए पंचागों की रचना की, जिसमें ग्रहों की ब्रह्माण्डीय गति स्थित का निर्धारण गणित की अनेक शाखाओं ज्यामिति, अंकगणित, त्रिकोणमितीय एवं सारणीय संरचना के द्वारा होता है, उत्तर भारतीय क्षेत्र से प्रकाशित इन पंचागों में पूर्णतः एकरुपता न होने के कारण जनमानस में सांस्कृतिक व धार्मिक कृत्यों के निर्धारण में संशय देखा जाता है, जिसका कारण इन पंचागों के निर्माण में प्रयुक्त गणितीय शुद्धता का पूर्णतः प्रमाणिक न होना देखा जाता है, जिसे लेखक द्वारा तुलनात्मक दृष्टि से देखा गया है

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